भट्टे पर ईंट से भरी घोड़ा बुग्गी की चपेट में आकर एक 13 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत हो गई।
हादसा उस समय हुआ जब किशोर खुद ही ईंटों की बुग्गी को भट्टे पर उतारने गया और असंतुलन बिगड़ने से बुग्गी का पहिया उसकी गर्दन पर चढ़ गया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे से परिजनों में कोहराम मच गया। दोपहर बाद गमगीन माहौल में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
घटना कस्बा झिझाना के मोहल्ला माजरा की है। यहां रहने वाले करेशन प्रजापति पास के हसनपुर गांव में ईंट भट्टे पर अपनी घोड़ा बुग्गी से ईंट भराई का काम करते हैं। बुधवार सुबह करेशन प्रजापति घोड़ा बुग्गी में ईंट भरकर भट्टे पर गए थे। कुछ देर बाद उनका 13 वर्षीय बेटा लवकुश, जो कक्षा 9वीं का छात्र था, अपने पिता को खाना देने गया। पिता करेशन ने खाना खाने के लिए बुग्गी वहीं छोड़ दी थी। बेटा लवकुश उसे खुद भट्टे पर उतारने चल दिया।
जब लवकुश ईंटों से भरी बुग्गी लेकर भट्टे पर पहुंचा तो वह भट्टे की दीवार से टकरा गई। इससे घोड़े का संतुलन बिगड़ गया और लवकुश बुग्गी से नीचे गिर गया। बुग्गी का भारी पहिया उसकी गर्दन पर चढ़ गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। भट्टे पर काम कर रहे परिजनों ने तुरंत लवकुश को उठाया और इलाज के लिए अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
लवकुश तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा था। उसके बड़े भाई का नाम वंश और बड़ी बहन का नाम वंशिका है। लवकुश कस्बे के राष्ट्रीय शिक्षा सदन इंटर कॉलेज में कक्षा 9 का छात्र था। उसकी असामयिक मृत्यु से परिवार और पूरे मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई। दोपहर बाद गांव में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
📍 झिझाना, शामली
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