ब्यूरो रिपोर्ट जिला प्रभारी – शामली
कांधला।
थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी श्याम में हॉस्पिटल संचालक के घर पर ढाई माह पूर्व हुए जानलेवा हमले और फायरिंग के मामले में पुलिस ने जेल में बंद दो आरोपियों को न्यायालय के आदेश पर रिमांड पर लिया। रिमांड के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त दो अवैध तमंचे और दो खोखा कारतूस बरामद किए हैं। रिमांड अवधि पूरी होने के बाद दोनों आरोपियों को पुनः जेल भेज दिया गया।
घटना का विवरण:
ढाई माह पूर्व गढ़ी श्याम गांव में रंजिश के चलते सेठपाल, राहुल, सुमित, सोनू, अजीत और आशीष नामक छह युवकों ने लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से सुंदर, पप्पू, नेत्रपाल और मंजीत पर घर में घुसकर जानलेवा हमला कर दिया था। इस हमले में चारों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
उसी दौरान नेत्रपाल का बेटा और हॉस्पिटल संचालक अमित चौहान अपनी कार से गांव में आ रहा था। तभी आरोप है कि सुमित और आशीष ने उस पर जान से मारने की नीयत से ताबड़तोड़ फायरिंग की। अमित ने किसी तरह मौके से भागकर अपनी जान बचाई। पीड़ित पक्ष ने इस हमले के संबंध में थाना कांधला में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
पुलिस की कार्यवाही:
पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर सेठपाल और अजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि अन्य चार आरोपी – राहुल, सुमित, सोनू और आशीष – मौके से फरार हो गए थे। बाद में सभी आरोपी न्यायालय में आत्मसमर्पण कर जेल चले गए।
पुलिस ने मंगलवार को न्यायालय से आदेश लेकर सुमित और आशीष को 21 घंटे की पुलिस रिमांड पर लिया। रिमांड के दौरान दोनों आरोपियों ने घटना में प्रयुक्त हथियारों के बारे में जानकारी दी। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने गढ़ी श्याम के जंगल से दो तमंचे और दो खोखा कारतूस बरामद किए।
थाना प्रभारी का बयान:
थाना प्रभारी निरीक्षक क्षितिज कुमार सिंह ने बताया कि –
“दोनों आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त दो तमंचे और दो खोखा कारतूस बरामद किए गए हैं। दोनों आरोपियों को रिमांड अवधि के बाद पुनः जेल भेज दिया गया है और उनके खिलाफ विधिक कार्यवाही की जा रही है।”
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